
COLOUR BLINDNESS
COLOUR BLINDNESS IS A GENETIC DISORDER. MOSTLY FOUND IN MALES. THIS IS FOUND ABOUT 8.0% IN MALES AND ABOUT 0.5% IN FEMALES.
ASPIRANT OF ALL TYPE OF GOVERNMENT, DEFENCE, PARAMILITARY, POLICE, DRIVER AND PILOT JOBS MUST HAVE TO PASS THE COLOUR BLINDNESS TEST.
THEY ARE OF 3 TYPES
RED /GREEN BLINDNESS ARE OF 2 TYPES
1st.PROTAN TYPE-
2nd DEUTAN TYPE-
1.PROTAN TYPE-
WHICH MAY BE COMPLETE OR PARTIAL PROTANOPES. THEY DO NOT SEE RED OR RED LOOKS GREENER AND LESS BRIGHT.
2. DEUTAN TYPE-
WHICH MAY BE COMPLETE OR PARTIAL
DEUTERANOPES. THEY DO NOT SEE GREEN.
GREEN LOOKS MORE RED.
3. TOTAL COLOUR BLINDNESS-
IF ONE HAVE TOTAL COLOUR BLINDNESS .HE CAN NOT SEE COLOURS AT ALL. THEY CAN SEE BLACK, WHITE AND SHEDS OF GRAY ONLY. THIS DEFICIENCYIS NOT COMMON. ONE MAY HAVE TROUBLE ALSO IN SEEING CLEARLY AND MAY BE MORE SENSITIVE TO LIGHT.
COLOUR BLINDNESS IS GENETIC DISORDER BUT IT COULD BE HAPPEN DUE TO FOLLOWINGS-
1)Chronic illnesses include Alzheimer’s disease, diabetes mellitus, glaucoma, leukaemia, liver disease,, macular degeneration, multiple sclerosis, Parkinson’s disease, sickle cell anaemia and retinitis pigmentosa.
2) Accidents or strokes that damage the retina or affect particular areas of the brain/eye.
3)Industrial or environmental chemicals such as carbon monoxide, carbon disulphide
4)Medications such as antibiotics, barbiturates, anti-tuberculosis drugs, high blood pressure medications and several medications to treat nervous disorders
5)In people over 60 years of age physical changes can occur which might affect a person’s capacity to see colours.
Disclaimer: This is an informative article do not quote anywhere. Consult to your Doctor for above if required.
रंग अंधापन
रंग-अंधापन एक आनुवंशिक विकार है। यह अधिकतर पुरुषों में पाया जाता है। यह पुरुषों में लगभग 8.0% और महिलाओं में लगभग 0.5% पाया जाता है ।
सभी प्रकार की सरकारी, रक्षा, अर्धसैनिक, पुलिस,ड्राइवर और पायलट नौकरियों के इच्छुक उम्मीदवारों को कलर ब्लाइंडनेस टेस्ट पास करना होगा।
ये 3 प्रकार के होते हैं ।
लाल/हरा अंधापन 2 प्रकार का होता है ।
पहला-प्रोटान प्रकार
दूसरा-ड्यूटन प्रकार
1.प्रोटान प्रकार-
वह पूर्ण या आंशिक प्रोटानोप्स हो सकता है। उन्हें लाल नहीं दिखता या लाल अधिक हरा और कम चमकीला दिखता है।
2.ड्यूटन प्रकार-
वह पूर्ण या आंशिक ड्यूटेरानोप्स हो सकता है। उन्हें हरा नहीं दिखता या हरा अधिक लाल दिखता है।
3.पूर्ण रंग अंधापन-
यदि किसी को पूर्ण रंग अंधापन है तो वह बिल्कुल भी रंग नहीं देख सकता है। वे केवल काला, सफेद और भूरा रंग ही देख सकते हैं। यह कमी आम नहीं है । व्यक्ति को स्पष्ट रूप से देखने में भी परेशानी हो सकती है और वह प्रकाश के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकता है।
रंग अंधापन एक आनुवंशिक विकार है लेकिन यह निम्नलिखित कारणों से हो सकता है-
1) पुरानी बीमारियों में अल्जाइमर रोग, मधुमेह मेलिटस, ग्लूकोमा, ल्यूकेमिया, यकृत रोग, मैक्यूलर डीजेनरेशन, मल्टीपल स्केलेरोसिस, पार्किंसंस रोग, सिकल सेल एनीमिया और रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा शामिल हैं।
2) दुर्घटनाएं या स्ट्रोक जो रेटिना को नुकसान पहुंचाते हैं या मस्तिष्क/आंख के विशेष क्षेत्रों को प्रभावित करते हैं।
3)औद्योगिक या पर्यावरणीय रसायन जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाइसल्फ़ाइड।
4) तंत्रिका संबंधी विकारों के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स, बार्बिट्यूरेट्स, तपेदिक रोधी दवाएं, और उच्च रक्तचाप की दवाएं।
5)आयु – 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में शारीरिक परिवर्तन हो सकते हैं जो किसी व्यक्ति की रंग देखने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
अस्वीकरण: यह एक जानकारीपूर्ण लेख है, इसे कहीं भी उद्धृत न करें। यदि आवश्यक हो तो उपरोक्त के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।